हमारे देश में आठ उद्योगों का बुनियादी उद्योग, प्रमुख उद्योग, कोर उद्योग या ढांचागत उद्योग कहा जाता है। यह इसलिए क्योंकि इनका देश की अर्थव्यवस्था में बहुत बड़ा योगदान है।
इन आठ उद्योगों में कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद, उर्वरक, इस्पात, सीमेंट और बिजली है। किसी अवधि विशेष में देश में औद्योगिक उत्पादन की स्थिति का आकलन इन्हीं उद्योगों के प्रदर्शन के आधार पर किया जाता है।
देश के औद्योगिक उत्पादन सूचकांक यानी आईआईपी में इन आठ कोर उद्योगों का भारांक (वेटेज) तकरीबन 38 प्रतिशत है।
प्रमुख क्षेत्र व आईआईपी में उनका वैटेज (भारांक)
- क्षेत्र: भारांक
कोयला : 4.38%
कच्चा तेल: 5.22%
प्राकृतिक गैस: 1.71%
पेट्रोलियम रिफाइनरी उत्पाद: 5.94%
उर्वरक: 1.25%
इस्पात (अयस्क + गैर-अयस्क): 6.68%
सीमेंट: 2.41%
बिजली: 10.32%
अक्तूबर 2016 से ही बिजली उत्पादन के आंकड़ों में नवीकरणीय अथवा अक्षय स्रोतों से प्राप्त बिजली को भी शामिल किया जा रहा है। रिफाइनरी उत्पाद यानी कच्चे तेल के उत्पादन का 93 प्रतिशत।