डा भीमराव अंबेडकर पर बने एक कार्टून को लेकर 11 मई 2012 को संसद में हंगामा हुआ. यह कार्टून राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान व प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) की 11 वीं कक्षा की पाठ्य पुस्तक में है.
इसका विरोध करने वालों का कहना था कि कार्टून में अंबेडकर का अपमान किया गया. मानव संसाधन मंत्री कपिल सिब्बल ने सदन को बताया कि कि पाठ्य पुस्तकों के हर कार्टून की समीक्षा की जाएगी और अगले साल से इस तरह के कार्टून हटा लिए जाएंगे. उन्होंने बताया कि उस पुस्तक की बिक्री तुरंत प्रभाव से रोक दी गई है.
इस विवाद के चलते एनसीईआरटी के सलाहकार प्रोफेसर सुहास पलशिकर तथा योगेंद्र यादव ने इस्तीफा दे दिया.
वैसे जिस कार्टून को लेकर विवाद हुआ उसे जाने-माने कार्टूनिस्ट शंकर ने दशकों पहले बनाया था. इसमें नेहरू को हाथ में एक चाबुक लिए हुए दिखाया गया है और वह एक घोंघे पर बैठे अंबेडकर का पीछा कर रहे हैं. इस कार्टून में नेहरू अंबेडकर से संविधान पर काम में तेजी लाने के लिए कह रहे हैं. उस कार्टून के नीचे लिखा है कि संविधान बनने में तीन साल लगे तो संविधान सभा को इसका मसौदा तैयार करने में इतना समय क्यों लगा?