मई 2012 में मेड्रिड में आयोजित मैड्रिड मास्टर्स टेनिस में नीली मिट्टी वाले मैदान यानी नीले क्ले कोर्ट का इस्तेमाल किया गया.
पारंपरिक रूप से क्ले कोर्ट लाल होता है. यही कारण है कि राफेल नडाल से लेकर फेडरर व जोकोविक तक को कोर्ट का यह नीला रंग रास नहीं आया. इन खिलाड़ियों का कहना है कि नीली बजरी वाले कोर्ट पर खेलने में असुविधा हुई.
नडाल ने तो लगभग साल भर में किसी क्ले कोर्ट पर अपनी पहली हार के लिए नीली बजरी को ही दोषी ठहराया. उन्होंने कहा कि मेरे लिए मूवमेंट सबसे जरूरी है. अगर मैं हिल नहीं पाऊंगा तो फिर गेंद को सही ढंग से खेल भी नहीं पाऊंगा. नोवाक जोकोविक ने कहा कि अगर यही रंग रहा तो वे अगले यहां साल खेलने नहीं आएंगे.
कहा ये भी जा रहा था कि मैड्रिड मास्टर्स के मालिक आयन टिरियाक ने लाल कोर्ट को नीले में बदलने का फैसला इसलिए किया क्योंकिकि इस आयोजन की मुख्य प्रायोजक कंपनी मुटुआ मेड्रिलेना का प्रधान रंग भी नीला है. वैसे नीले कोर्ट पर पहला मेड्रिड मास्टर्स रोजर फेडरर व सेरेना विलियम्स ने जीता.