क्षुद्र यानी छोटा. क्षुद्र ग्रह वास्तव में चट्टान व धातुओं से बने पिंड हैं जो सूर्य का चक्कर लगाते रहते हैं.
ये पिंड इतने छोटे हैं कि इन्हें ग्रह नहीं माना जाता और क्षुद्र ग्रह कहा जाता है. इनका आकार छोटे पत्थरों से लेकर एक हजार किलोमीटर व्यास तक का हो सकता है.
हमारे ब्रह्मांड में क्षुद्रग्रहों की सबसे बड़ी पट्टी मंगल व बृहस्पति ग्रह के बीच की कक्षा में स्थित है.