टेक्सीडर्मी यानी खाल में भूसा भरना

यूं तो खाल में भूसा भरना एक मुहावरा है लेकिन यह एक कला भी है. अंग्रेजी में इसे टेक्सीडर्मी कहते हैं जबकि हिंदी में चर्मसंस्कार. या कि हम इसे मजाक में खाल में भूसा भरना भी कह सकते हैं.

बड़े घरों या पुरानी हवेलियों में ऐसे जानवर विशेषकर शेर आदि रखे होते हैं जो बिलकुल सजीव दिखते हैं. बस इसे ही टेक्सींडर्मी या चर्मसंस्का र कहते हैं. यानी मरे हुए जानवर को सजीव रूप में प्रस्तुत करने की प्रक्रिया.

प्राचीन यूनानी में टेक्सिस का मतलब गति और डर्मी का अर्थ होता है. इसमें जानवर की खाल को उतार कर उसके बनावटी शरीर पर फिर से चढ़ा दिया जाता है. यानी भीतरी ढांचा बनावटी होता और कई बार सच में उसमें भूस भरा होता है.

Author: sangopang

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