विभिन्न कारणों से आर्थिक दबाव में गुजर रहे परिवार. इसे यूं भी समझ सकते हैं कि मध्यमवर्गीय समाज का वह हिस्सा जो महंगाई से प्रभावित हों, वेतन में कमी या नौकरी जाने से परेशान हो. वैश्विक वित्तीय संकट तथा आर्थिक मंदी के बाद समाज में इस तरह के परिवारों की संख्या काफी बढ़ी है.