एन आर नारायणमूर्ति का पूरा नाम नागवरा रामाराव नारायणमूर्ति है और वे 20 अगस्त 1946 को मैसूर में जन्में. उन्हें भारतीय आईटी जगत का जार महाराजा भी कहा जाता है. उन्होंने इन्फोसिस की सह स्थापना की और इसे देश की नहीं दुनिया की प्रमुख आईटी कंपनियों में शामिल करवा दिया. उनकी पढाई मैसूर विश्वविद्यालय व आईआईटी कानपुर में हुई. उनके परिवार में पत्नी सुधामूर्ति, बेटा रोहन मूर्ति व बेटी अक्षता मूर्ति है.
जहां तक इन्फोसिस से जुड़ाव की बात है तो दोनों एक दूसरे के पूरक से हैं. वे 1981 से 2002 तक इसके सीईओ रहे. 2011 तक इसके चेयरमैन रहे. 2011 में वे मानद चेयरमैन बने. हालांकि एक जून 2013 को उन्हें पांच साल के लिए अतिरिक्त निदेशक व कार्यकारी चेयरमैन बनाया गया लेकिन उनका यह कार्यकाल उतना सफल नहीं रहा. कंपनी के अनेक बड़े व पुराने अधिकारियों के इस्तीफों के बीच इन्फोसिस ने पहली बार किसी बाहरी व्यक्ति विशाल सिक्का को सीईओ बनाने का फैसला किया और 2014 में नारायणमूर्ति अपने पद से हट गए. अब वे मानद चेयरमैन हैं. सिक्का ने एक साक्षात्कार में कहा कि नारायणमूर्ति हमेशा ही ‘मिस्टर इन्फोसिस’ के रूप में जाने जाएंगे.
पद्मभूषण व पद्मश्री प्रदान किया जा चुका है. इसके अलावा विभिन्न संस्थाओं से उन्हें ढेरों प्रतिष्ठित अवार्ड मिल चुके हैं. अनेक कंपनियों के बोर्ड में वे शामिल हैं. वे इन्फोसिस साइंस फाउंडेशन के अध्यक्ष भी हैं.