भारतीय में जन्में सत्य नडेला (सत्या नाडेला) इस समय प्रमुख आईटी कंपनी माइक्रोसाफ्ट के मुख्य कार्याधिकारी यानी सीईओ हैं. उन्होंने इस पद पर स्टीव बामर की जगह ली और वे कंपनी के तीसरे सीईओ हैं. इससे पहले वे माइक्रोसाफ्ट में ‘क्लाउड एंड एंटरप्राइज’ की अगुवार्इ् कर रहे थे. उन्हें कंपनी में क्लाउड गुरू भी कहा जाता है क्योंकि एमएस आफिस को क्लाउड पर लाने में उनकी बड़ी भूमिका थी.
माइक्रोसाफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स ने नडेला को सीईओ बनाए जाने पर कहा था, ‘ परिवर्तन के इस दौर में कंपनी का नेतृत्व करने के लिए सत्य नडेला से बेहतर कोई और नहीं हो सकता है.’ वहीं माइक्रोसाफ्ट के बारे में नडेला की राय यह है कि यह उन चुनींदा दुर्लभ कंपनियों में से एक है जिन्होंने प्रौद्योगिकी से दुनिया में क्रांति ला दी.
क्रिकेट प्रेमी सत्य का जन्म हैदराबाद में हुआ.बेगमपेट के हैदराबाद पब्लिक स्कूल में शुरुआती पढ़ाई के बाद नडेला ने मनिपाल यूनिवर्सिटी में सूचना और प्रौद्योगिकी अभियांत्रिकी की पढ़ाई की. अमेरिका में वह विस्कांसिन यूनिवर्सिटी से मास्टर आव साइंस और शिकागो यूनिवर्सिटी से एमबीए की पढ़ाई पूरी की. वे 1992 में सन माइक्रोसिस्टम से माइक्रोसाफ्ट में आए. उनके परिवार में पत्नी अनुपमा व तीन बच्चे हैं. उनका जन्म 19 अगस्त 1967 को अनंतपुरम, आंध्रप्रदेश में हुआ.
वेतन: मीडिया की खबरों के अनुसार नडेला को जून, 2014 में समाप्त वित्त वर्ष के दौरान 8.43 करोड़ डालर (लगभग 517 करोड़ रुपए) वेतन मिला. जबकि 2013 में नडेला को लगभग 47 करोड़ रुपये का पैकेज मिला था. इस बीच नडेला अपने उस कतिपय बयान के लिए चर्चा में भी जब उन्होंने कहा था कि महिलाओं को वेतनवृद्धि की मांग नहीं करनी चाहिए बल्कि इसके लिए उन्हें अच्छे कर्मो पर विश्वास रखना चाहिए. हालांकि नडेला ने इस बारे में कंपनी के कर्मचारियों से माफी मांगी थी और कहा था कि उन्होंने सम्बंधित सवाल का सही जवाब नहीं दिया.