उषा स्कूल आफ एथलेटिक्स भारत की उड़नपरी पीटी उषा का सपना है जो केरल में पूरा होने जा रहा है। उषा ने देश में नवोदित एथलीटों की प्रतिभाओं को निखारने संवारने के लिए इस संस्थान का सपना देखा। वह चाहती हैं कि यह देश का अपनी तरह का विश्वस्तरीय संस्थान हो जहां एथलीटों का उचित प्रशिक्षण मिले और शिक्षा भी। यह 20 करोड़ रुपए की महत्वाकांक्षी परियोजना है। इस अकादमी के 2020 तक पूरी तरह परिचालन में आने की उम्मीद है।
यह अकादमी (Usha School of Athletics) केरल के कोझीकोड जिले के किनालूर में 30 एकड़ क्षेत्र में बन रही है। इसके लिए जमीन केरल सरकार ने दी है। अकादमी में 8 लेन का सिंथेटिक ट्रैक बनाया गया है जिसके लिए केंद्र सरकार ने 8.5 करोड़ रुपये दिए थे। इसके अलावा एक मड ट्रैक भी बनाया जा रहा है। अकादमी में एक छात्रावास भी है जिसकी क्षमता 40 एथलीटों की है। इसकी क्षमता बढ़ाकर 200 एथलीट करने की योजना है।
पीटी उषा चाहती हैं कि यह अपनी तरह की श्रेष्ठ व आदर्श खेल अकादमी हो। अकादमी में एक मल्टी जिम बनाया गया है जबकि एथलीटों की सहायता के लिए उनकी अकादमी में प्रशिक्षित कोच, फिजियोथेरेपिस्ट, डॉक्टरों आदि की पूरी टीम है।
मई 2017 तक की बात की जाए तो पीटी उषा इस पहल के तहत 19 एथलीटों को प्रशिक्षण दे चुकी जिनमें से 6 नेशनल कैंप में हैं और 6 नेशनल चैंपियनशिप में पदक जीत चुके हैं। वहीं, 7 एथलीट अभी नई भर्ती हैं जिन्हें प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
उषा ने यह पहल तो अपने कुछ साथी एथलीटों के साथ की लेकिन बाद में उन्हें राज्य व केंद्र सरकार के साथ साथ बड़ी कंपनियों व संस्थानों का सहयोग मिलने लगा।
उषा ने यह पहल तो अपने कुछ साथी एथलीटों के साथ की लेकिन बाद में उन्हें राज्य व केंद्र सरकार के साथ साथ बड़ी कंपनियों व संस्थानों का सहयोग मिलने लगा।
पीटी उषा इसकी सह संस्थापक व अध्यक्ष हैं।
अकादमी की गतिविधियों, नियम व शर्तों सहित अन्य जानकारी के लिए आधिकारिक वेबसाइट यहां देखें।