सरकार के स्वच्छ सर्वेक्षण 2017 में इंदौर को देश का सबसे स्वच्छ शहर आंका गया। शहरी विकास मंत्रालय ने यह सर्वेक्षण चार मई 2017 को जारी किया। कई मानकों पर यह सर्वेक्षण 434 शहरों और कस्बों में किया गया। दरअसल सरकार ने अक्टूबर 2014 में स्वच्छ भारत मिशन की शुरूआत से पहले 2014 में इस तरह का पहला सर्वेक्षण करवाया। 2016 में किए स्वच्छ सर्वेक्षण में 73 शहरों को शामिल किया गया था और राजधानी शहरों के साथ साथ 10 लाख से ज्यादा की जनसंख्या वाले शहरों को इसमें शामिल किया गया। यह सर्वेक्षण भारतीय गुणवत्ता परिषद ने जनवरी-फरवरी 2017 के दौरान करवाया।
2017 के स्वच्छ सर्वेक्षण में इंदौर भारत के सबसे स्वच्छ शहर के रूप में उभरा. इसके अनुसार देश के सबसे स्वच्छ दस शहर क्रमवार इस प्रकार है-
- इंदौर
- भोपाल
- विशाखापत्तनम
- सूरत
- मैसूर
- तिरुचिरापल्ली
- एनडीएमसी
- नवी मुंबई
- वडोदरा
- चंडीगढ़
सर्वेक्षण में गुजरात के 12, मध्य प्रदेश के 11, आंध्र प्रदेश के 50 शहरों को शामिल किया गया। इसके अनुसार बड़े शहरों में फरीदाबाद सबसे तेजी से स्वच्छता की दिशा में आगे बढ़ रहा है। 2014 में यह 379 रैंक पर था, जबकि इस वर्ष इसने 88वीं रैंक हासिल की है। यह 10 लाख से अधिक जनसंख्या वाले शहरों में सबसे तेजी से स्वच्छता अपनाने वाला शहर बन गया है। सर्वेक्षण के परिणाम केंद्रीय शहरी विकास मंत्री एम. वेकैंया नायडू मंत्री ने जारी किए।
सबसे गंदे शहर: गोंडा, उत्तर प्रदेश को इसमें देश का सबसे गंदा शहर आंका गया। 434 शहरों के सर्वेक्षण में सबसे निचले पायदान पर जो शहर आए हैं वे इस प्रकार हैं—
- 10. खुर्जा (उत्तर प्रदेश)-425
- 9. अबोहर (पंजाब)-427
- 8. शाहजहांपुर (उत्तर प्रदेश)-426
- 7. मुक्तसर (पंजाब)-428
- 6. बहराइच (उत्तर प्रदेश)-429
- 5 . कटिहार (बिहार)-430
- 4 . हरदोई (उत्तर प्रदेश)-431
- 3 . बगहा (बिहार)-432
- 2. भुसावल (महाराष्ट्र)-433
- 1. गोंडा (उत्तर प्रदेश)-434
स्वच्छ सर्वेक्षण के तहत सभी 434 शहरों की सूची यहां देखें