लीना सोडरबर्ग, प्लेब्वाय पत्रिका की माडल. उसका जन्म 31 मार्च 1951 को स्वीडन में हुआ. प्लेब्वाय पत्रिका में लीना की पहली फोटो नवंबर 1972 के प्लेमेट खंड यानी बीच के पन्नों में छपी. लीना को ”फर्स्ट लेडी ऑफ इंटरनेट” कहा जाता है.
वैसे लीना इस बात के लिए भी जानी जाती हैं कि उनकी फोटो का इस्तेमाल डिजीटल इमेज प्रोसेसिंग में इस्तेमाल होती रही हैं. यानी डिजीटल फोटो की तकनीकों के परीक्षण में उनकी फोटो का इस्तेमाल बार बार होता है .
अगस्त 2012 में सिंगापुर की एजेंसी फॉर साइंस, टेक्नोलॉजी एंड रिसर्च (एएसटीएआर) के वैज्ञानिकों की एक टीम ने लीना की एक तस्वीर को इंसान के बाल जितना महीन बनाने में सफलता हासिल की. इन वैज्ञानिकों ने इस तस्वीर को सिकोड़कर 50 माइक्रोमीटर में समेट दिया.