ऋग्‍वेद

सांगोपांग

ऋग्‍वेद देश का सबसे पुराना यानी प्राचीनतम ग्रंथ है जिसका संकलन महर्षि कृष्‍ण द्वैपायन वेदव्‍यास ने किया. इसमें इंद्र तथा अग्नि के लिए श्‍लोंकों की रचानाएं हैं और यह चार वर्ण आधारित समाज की कल्‍पना का आदिस्रोत है. ऋग्‍वेद की अन्‍य प्रमुख विशेषताएं इस तरह से हैं- 

  • – ऋग्‍वेद में दस मंडल हैं
  • – देवता सोम का वर्णन नौवें मंडल में है.
  • – ऋग्‍वेद में 1028 सूक्‍त व 10,463 श्‍लोक (ऋचाएं) हैं
  • – वेदों के श्‍लोकों को ऋचा कहा जाता है.
  • – चार वर्णों पर आधारित समाज की कल्‍पना का आदिस्रोत ऋग्‍वेद है.
  • – ऋग्‍वेद के 10 वें मंडल में पुरुषसूक्‍त का वर्णन है.
  • – ऋग्‍वेद में इंद्र के लिए 250 तथा अग्नि के लिए 200 श्‍लोकों की रचना.
  • – यह वामनावतार के तीन वर्गों के आख्‍यान का प्राचीनतम स्रोत.

    ये भी देखें :

    सामवेद
    यजुर्वेद
    ऋचा
Author: sangopang

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