शियोमी या शियाओमी (xiaomi) चीन की मोबाइल इंटरनेट कंपनी है. इसे चीन की एप्पल सेब कहा जाता है और इसने दो तीन साल में ही चीन में मोबाइल फोन की बिक्री के लिहाज से सैमसंग को पछाड़ दिया.
शियोमी की स्थापना 2010 में हुई और जनवरी 2015 में यह दुनिया की सबसे कीमती टेक्नोलॉजी स्टार्ट-अप बन गई. कंपनी ने 1.1 अरब डालर जुटाए जिससे इसका बाजार मूल्य 45 अरब डालर यानी 28.52 ख़रब रुपये से ज़्यादा हो गया. सिर्फ चार साल में यह कंपनी बहुत तेजी से आगे बढ़ी है और वैश्विक ब्रिकी में केवल सैमसंग व एप्पल से ही पीछे है.
कंपनी मोबाइल के साथ साथ सैट टाप बाक्स, डेटाकार्ड भी बनाती है. कंपनी का लोगो और मुख्य ब्रांड मी MI है जो कि मोबाइल इंटरनेट का छोटा रूप है. कंपनी का कहना है कि इसका मतलब मिशन इंपोसिबल से भी लिया जा सकता है क्योंकि शियोमी की स्थापना के समय कुछ ऐसी बाधाएं थी जिनको दूर करना लगभग असंभव लग रहा था. कंपनी के संस्थापक सीईओ लेइ जुन (Lei Jun) हैं. बोस्टन कंसलटिंग ग्रुप ने 2014 में कंपनी को दुनिया की 50 सबसे नवोन्मेषी कंपनियों की अपनी सूची में शामिल किया था.
शियोमी भारत में
भारत में भी यह बहुत सफल रही है. हालांकि इसने यहां अपने चुनींदा फोन ही पेश किए हैं. भारत में पहले ही साल 2014 में कंपनी ने दस लाख फोन बेचे. उसकी आनलाइन बिक्री कई रिकार्ड तोड़ती नजर आई. जैसे 31 दिसंबर 2014 को उसने कहा कि उसके 40,000 रेडमी नोट 4 जी स्मार्टफोन छह सेकंड में ही बिक गए. कंपनी भारत में अपने उत्पाद फ्लिपकार्ट के जरिए बेचती है. हालांकि कंपनी अब यह बिक्री अपनी साइट मीडाटकाम के जरिए भी करना चाहती है. इससे पहलेे मी3 के प्रति भी भारी उत्साह देखने को मिला था और बिक्री शुरु होते ही साइट क्रेश कर गई थी.
कंपनी के लिए भारत, चीन के बाहर सबसे बड़े बाजारों में से एक है. कंपनी यहां मी3, रेडमी 1एस व रेडमी नोट पहले ही बेच रही है. मी4 उसने जनवरी 2015 में यहां पेश किया.
शियोमी ने जनवरी 2015 में कहा कि वह बेंगलूरू में अनुसंधान एवं विकास केंद्र स्थापित करेगी. चीन के बाहर उसका यह अपनी तरह का पहला केंद्र होगा. कंपनी ने भारत के तेजी से बढते स्मार्टफोन बाजार में पकड़ मजबूत करने तथा स्थानीय जरूतरों के हिसाब से उत्पाद तैयार करने के लिए यह कदम उठाया है. कंपनी के भारत में अनेक सर्विस सेंटर हैं और वह इस संख्या को इस साल के आखिर तक 100 करने का लक्ष्य लेकर चल रही है.
विवाद
एरिक्सन ने शियोमी पर पेटेंट उल्लंघन का आरोप लगाते हुए दिल्ली उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था जिस पर कंपनी ने कुछ दिन के लिए शियोमी की फोन बिक्री रोक दी. बाद में उसे फोन बेचने की सशर्त अनुमति मिल गई. 15 जनवरी 2015 को शियोमी के उपाध्यक्ष ह्यूगो बारा ने कहा कि हर कंपनी को इस तरह के हालात से गुजरना पड़ता है. लेकिन भारत शियोमी के लिए महत्वपूर्ण बाजार बन गया है और वह यहां अपने परिचालन का विस्तार करेगी.
शियोमी स्नैपडील व अमेजन पर: शियोमी ने सात अप्रैल 2015 को घोषणा की कि उसके फोन अब फ्लिपकार्ट के साथ साथ स्नैपडील व अमेजन पर भी आनलाइन उपलब्ध होंगे. कंपनी ने कहा कि इन साइटों पर उसके फोनों की बिक्री आठ अप्रैल से शुरू होगी. शियोमी इंडिया के अनुसार इन साइटों पर भी विशेष मी स्टोर होंगे. इससे पहले लगभग एक साल तक कंपनी ने अपने उत्पाद केवल फ्लिपकार्ट के जरिए बेचे थे.