अंबानी बिड़ला समिति का गठन शिक्षा के भावी स्वरूप के बारे में किया गया था इसमें देश के दो प्रमुख युवा उद्योगपति मुकेश अंबानी व कुमारमंगलम बिड़ला थे. समिति ने प्राथमिक शिक्षा के पूर्ण सरकारीकरण तथा उच्च शिक्षा के पूर्ण निजीकरण की सिफारिश की. समिति का कहना था कि सबसे बड़ी समस्या भारतीय शिक्षा व्यवस्था का बाजारोन्मुखी नहीं होना है.