मार्गरिटा विद ए स्ट्रा (Margarita With A Straw) एक ऐसी युवती की कहानी है जो कि सेरेबरल पल्सी नामक बीमारी के कारण व्हीलचेयर पर रहने को मजबूर है. इस फिल्म का हिंदी नाम छूने चली आसमान था लेकिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसे मार्गेरिटा विद द स्ट्रा शीर्षक से जारी किया.
सबसे पहले यह फिल्म सितंबर 2014 में टोरंटो फिल्म समारोह में दिखाई गई उसके बाद कई अन्य अंतरराष्ट्रीय आयोजनों में जहां इसे खूब प्रशंसा मिली. भारत में यह 17 अप्रैल 2015 को जारी हुई. वहां इसे नेटपेक अवार्ड (NETPAC award) मिला.
फिल्म का निर्देश सोनाली बोस ने किया है और इसमें मुख्य भूमिका कल्की कोइचिन ने निभाई है. इसकी कहानी सोनाली बोस की एक रिश्तेदार की सच्ची घटना पर आधारित है.दरअसल फिल्म बाजार की वर्कर्स इन प्रोग्रेस लैब के लिए 2013 में जिन पांच परियोजनाओं को चुना गया था उनमें एक यह फिल्म भी थी.
यह फिल्म दिल्ली विश्वविद्यालय की छात्र लैला (Kalki Koechelin) की जीवटता व संघर्ष की कहानी है. गीत लिखने वाली लैला न्यूयार्क यूनिवर्सिटी में पढने जाती है और वहीं उसे एक लड़की से प्यार हो जाता है. इसी से कहानी में अनेक मोड़ आते हैं. फिल्म में लैला की मां की भूमिका रेवती ने निभाई.
फिल्म में कल्की की अदाकारी की खूब प्रशंसा हुई. अमिताभ बच्चन ने इसे संवदेनशील फिल्म बताया तो आमिर खान भी कल्की के अभिनय से प्रभावित हुए बिना नहीं रहे. फिल्म का ट्रेलर यहां है.
- निदेशक : सोनाली बोस
- निर्माता : सोनाली बोस, निलेश मणियर
- कहानी: सोनाली बोस
- कलाकार: कल्की कोइचिन, रेवती, सायानी गुप्ता, कुलजीत सिंह, मल्हार खुशू, विलियम मोजली
- संगीत: माइकी मैकलियरी
- सिनेमेटोग्राफी: एन्नी मिसावा