आतंकवादी संगठन अल शबाब ने दो अप्रैल 2015 को कीनिया के गेरिसा (Garissa) शहर स्थित विश्वविद्यालय (Garissa University College) पर हमला किया जिसमें कम से कम 147 लोग मारे गए. मृतकों में से ज्यादातर वे छात्र थे जो कि देश के अन्य हिस्सों से यहां पढने पहुंचे थे.
बताया जाता है कि ये आतंकवादी पड़ोसी सोमालिया के आतंकवादी संगठन अल शबाब के थे.
वहीं 2011 में शुरु हुआ गेरिसा विश्वविद्यालय इस इलाके में उच्च शिक्षा का एकमात्र प्रमुख केंद्र है.
इस हमले के तहत कुछ नकाबधारी हमलावर विश्वविद्यालय में घुस गए थे और अंधाधुंध गोलियां चलानी शुरू कर दीं. उन्होंने दो सुरक्षाकर्मियों को मार गिराया और इसके बाद छात्रों को घेरकर उन पर गोलियां चलाईं.
इसके साथ ही उन्होंने ‘हम अल शबाब हैं’ के नारे लगाए. सुरक्षा बलों ने जवाबी कार्रवाई में हमले में शामिल चार आतंकवादियों को मार गिराया. अल शबाब के प्रवक्ता ने इस हमले की जिम्मेदारी ली.
हालांकि कीनिया की सरकार ने कहा कि वह किसी आतंकी कार्रवाई के सामने नहीं झुकेगी. संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने इस हमले की निंदा करते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र केन्या की मदद करने को तैयार है.
कीनिया की जमीन पर यह बीते कुछ दशकों का सबसे बड़ा आतंकी हमला रहा. इससे पहले 1998 में नैरोबी स्थित अमेरिकी दूतावास पर अलकायदा के हमले में 213 लोग मारे गए थे.