इंग्लैंड ने सोलह साल बाद फिर से 1999 में विश्व कप की मेजबानी की. इस विश्व कप के कुछ मैच स्काटलैंड, आयरलैंड, वेल्स और हालैंड में आयोजित किये गये थे. बांग्लादेश इस विश्व कप से पहले आईसीसी का पूर्णकालिक सदस्य बन गया था और इस तरह से उसे पहली बार क्रिकेट महाकुंभ में खेलने का मौका मिला. एसोसिएट देशों से केन्या और स्काटलैंड की टीमें खेलने के लिये उतरी.
इस विश्व कप में पहली बार सुपर सिक्स का चरण शुरू किया गया था. टीमों को छह . छह के दो ग्रुप में बांटा गया जिसमें से प्रत्येक ग्रुप से तीन.तीन टीमें सुपर सिक्स में पहुंची. ग्रुप ए से दक्षिण अफ्रीका, भारत और जिम्बाब्वे जबकि ग्रुप बी से पाकिस्तान, आस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड सुपरसिक्स में पहुंचे. इस चरण में चोटी पर रहने वाली चार टीमों ने सेमीफाइनल में जगह बनायी. पाकिस्तान ने न्यूजीलैंड को हराकर फाइनल में प्रवेश किया. आस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच दूसरा सेमीफाइनल टाई छूटा था लेकिन सुपरसिक्स में बेहतर रन रेट होने के कारण स्टीव वा की अगुवाई वाली आस्ट्रेलियाई टीम फाइनल में पहुंच गयी जहां उसने पाकिस्तान को आठ विकेट से हराकर दूसरी बार विश्व कप जीता.
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इस विश्व कप में जीत से विश्व कप तथा एकदिवसीय क्रिकेट में आस्ट्रेलियाई की बादशाहत शुरू हुई जो 2011 तक चली..
भारत के लिये यह विश्व कप मिश्रित सफलता वाला रहा. उसने ग्रुप चरण में पांच में से तीन मैच जीते. वह दक्षिण अफ्रीका और जिम्बाब्वे से हार गया लेकिन केन्या, श्रीलंका और इंग्लैंड को हराने में सफल रहा. इस ग्रुप से दक्षिण अफ्रीका और जिम्बाब्वे की टीम भी सुपरसिक्स में पहुंची थी और इसलिए भारत ने बिना अंक के अगले चरण में प्रवेश किया था. सुपरसिक्स में भारत केवल एक मैच जीत पाया. उसके लिये तसल्ली थी कि वह अपने चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को फिर से हराने में सफल रहा था.