पेट्रोल और डीजल दोनों ही द्रव ईंधन हैं और पेट्रोलियम से निकलने वाले उत्पाद हैं. फिर भी ईंधन क्षमता और गुणवत्ता के साथ साथ कीमत के लिहाज से भी ये थोड़े अलग होते हैं.
दरअसल पेट्रोल हाइड्रोकार्बन का मिश्रण है. यह डीजल से अधिक शुद्ध रूप है और इसे 35 डिग्री से 200 डिग्री सेंटीग्रेट के बीच उबालकर तैयार किया जाता है जबकि डीजल 250 से 350 डिग्री के बीच उबलता है. हां, इनके उबलने की क्षमता उनकी शुद्धता पर निर्भर करती है.
पेट्रोल बनने की पहली अवस्था में ‘बेंजाइन’ है. दूसरी अवस्था में तरल पदार्थ ‘गैसोलिन’ मिलता है. अगर पेट्रोल शुद्ध हो तो खुली हवा में उसका लगभग दसवां हिस्सा 10 प्रतिशत जल्द ही उड़ जाता है. शुद्ध पेट्रोल में सीसा नहीं मिला होता और हमारे यहां सीसारहित पेट्रोल की बिक्री काफी पहले शुरू हो गई थी.
डीजल एक कठोर ईंधन तेल है. हमारे यहां यह पेट्रोल से सस्ता होता है. इसे अपेक्षाकृत अधिक प्रदूषणकारी माना जाता है भले ही इसकी फ्यूल एफिसियंसी या ईंधन क्षमता पेट्रोल से अधिक हो. हां, वाहनों में डीजल का इस्तेमाल सिर्फ डीजल र्इंजन में होता है. यानी दोनों के लिए ईंजन अलग अलग होते हैं.