राष्ट्रीय ज्ञान आयोग (national knowledge commission) का गठन संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार के पहले कार्यकाल में तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने दो जून 2005 को किया. यह 13 जून 2005 को अस्तित्व में आया.
आयोग का गठन शिक्षा व्यवस्था, विज्ञान व प्रौद्योगिकी बौद्धिक संपदा तथा कृषि व उद्योग आदि क्षेत्रों में 21वीं सदी की चुनौतियों के संदर्भ में ज्ञान के विस्तार तथा उपयोग आदि मामलों में प्रधानमंत्री को सलाह देना था.
इस छह सदस्यीय आयोग का अध्यक्ष सैम पित्रोदा को बनाया गया. इसका कार्यकाल अक्तूबर 2008 तक तीन साल के लिए था. आयोग ने कई रपटें सरकार को सौंपी.