एयर मार्शल जसजीत सिंह कलेर (Jasjit Singh Kler) को दो फरवरी 2015 को भारती वायुसेना का महानिदेशक (निरीक्षण और सुरक्षा) नियुक्त किया गया.
एयर मार्शल, बांग्लादेश के कॉलेज ऑफ डिफेंस मैनेजमेंट और नेशनल डिफेंस कॉलेज छात्र रहे हैं. उन्होंने इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक एडमिनस्ट्रेशन से मास्टर और मास्टर आफ बिजनेस एडमिनस्ट्रेशन (एमबीए) डिग्री हासिल की.
एयर मार्शल जसजीत सिंह क्लेर वीएम (वायु सेना मेडल) ने 13 दिसंबर 1980 को भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टर विभाग में अपने सैनिक जीवन की शुरुआत की थी. वह एयर मार्शल के पद पर पहुंचे और उनकी नियुक्ति महानिदेशक के पद पर हुई।
नये पद पर उनकी नियुक्ति के बाद जारी आधिकारिक बयान के अनुसार एयर मार्शल कलेर फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर हैं. उन्होंने अलग-अलग तरह के हेलीकाप्टरों में 8000 घंटे की उड़ान भरी है और सियाचिन ग्लेशियर और पूर्वी सेक्टर के ज्यादातर हिस्सों को कवर किया है. उन्होंने चीता, चेतक, एमआई-8 एस, एमआई-17एस और एमआई-17 – 4एस समेत वायुसेना के बेड़े के अधिकतर हेलीकाप्टरों में उड़ान भरी है.
एयर मार्शल ने कई कमान संभाली है और कर्मचारियों की नियुक्तियों को भी अंजाम दिया है. वे इनमें मेंटनेंस कमान के सीनियर एयर और प्रशासनिक स्टाफ ऑफिसर (एसएएएसओ), वायुसेना अकादमी के डिप्टी कमांडेंट, नई दिल्ली एयर फोर्स स्टेशन के एयर ऑफिसर कमांडिंग, एयर फोर्स स्टेशन सलुआ और एयर फोर्स स्टेशन जम्मू के कमांडर रहे और उन्होंने एमआई-17 हेलीकॉप्टर यूनिट की कमान की नियुक्ति की. शामिल है. एयर मार्शल कलेर नामीबिया में भी तैनात थे. इस दौरान इन्होंने वहां की सेना की हेलीकाप्टर विभाग को स्थापित किया और इसे आगे बढ़ाया.
अपनी नयी नियुक्ति से पहले वह गृह मंत्रालय में बीएसएफ के एयर विंग में आईजी (एयर) के तौर पर काम कर रहे थे.
इनकी विशिष्ट सेवाओं के लिए इन्हें 2001 में वायु सेना मेडल से सम्मानित किया गया है.
अपने परिवार की तीसरी पीढ़ी के सैनिक एयर मार्शल कलेर चंडीगढ़ के रहने वाले हैं. उनके दो बेटें हैं.