हमारे देश में अभी आंशिक मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी एमएनपी है. यानी केवल एक ही सर्किल में हम अपने मौजूदा मोबाइल नंबर को दूसरी कंपनी में पोर्ट कर सकते हैं. सरकार अब पूर्ण एमएनपी लागू करने की योजना में है. पूर्ण एमएनपी यानी देश भर में कहीं भी, किसी भी कंपनी के साथ अपने मौजूदा नंबर को पोर्ट करने की सुविधा.
इसके तहत मान लें कि हम दिल्ली में रह रहे हैं और तबादला जयपुर हो जाता है. तो हम अपने दिल्ली वाले नंबर को वहीं कि किसी मोबाइल दूरसंचार कंपनी में पोर्ट करवा सकेंगे. यानी कंपनी बदल जाएगी और नंबर वहीं रहेगा.
सरकार की योजना तीन मई से देश में पूर्ण एमएनपी शुरू करने की है.
दूरसंचार विभाग ने तीन नवंबर 2014 को एमएनपी लाइसेंस समझौते में संशोधन जारी करते हुए दूरसंचार कंपनियों को पूर्ण एमएनपी का कार्यान्वयन छह महीने में करने का निर्देश दिया. दूरसंचार नियामक ट्राई ने इस बारे में मसौदा दिशा निर्देश जनवरी 2015 के आखिरी सप्ताह में जारी किए.