ट्रूकालर

ट्रूकालर स्‍मार्टफोन में इस्‍तेमाल होने वाले दुनिया के प्रमुख एप्‍प में से एक है. इसे हम वैश्विक फोन डायरेक्‍टरी भी कह सकते हैं. कंपनी का कहना है कि दुनिया भर में 10 करोड़ से अधिक स्‍मार्टफोन में इस एप्‍प का इस्‍तेमाल होता है. दरअसल यह एप्‍प आपके फोन पर आने वाली काल के बारे में जानकारी देता है जैसे कि जिस नंबर से फोन आ रहा है व किसके नाम पंजीकृत है या कहां से किया जा रहा है. यह अनचाही फोन काल को बंद या ब्‍लाक करने के एप्‍प के रूप में भी काम करता है.

इसकी शुरुआत 2009 में एलन मामेदी तथा नामी जरिंघलम ने एक ऐसे समाधान के रूप में की थी जो लोगों को मिसकाल के बारे में जानकारी दी जा सके. पहले ही सप्‍ताह में 10,000 से अधिक लोगों ने इस एप्‍प को डाउनलोड किया. एक ही साल यानी 2010 तक यह एप्‍प इतना लोकप्रिय हो गया कि एलन व नामी ने अपनी नौकरी छोड़ कर पूरी तरह से ट्रूकालर पर ध्‍यान देना शुरू किया.

इस कंपनी के पीछे अब स्‍वीडन की स्‍टार्ट अप यानी नयी कंपनी (True Software Scandinavia AB) है.

भारत में ट्रूकालर: कंपनी ने दिसंबर 2014 में  कहा कि उसकी बेंगलूर या पुणे में अनुसंधान व विकास केंद्र स्‍थापित करने की योजना है. कंपनी का एक कार्यालय फिलहाल गुड़गांव में है. एलन ने भारत को अनूठा बाजार बताते हुए कहा कि कंपनी अपने विपणन टीम में और लोग भर्ती करना चाहती है.

कंपनी के इस एप्‍प को भारत में खासी लोकप्रियता मिली है. देश में ट्रूकालर एप्‍प डाउनलोड करने वालों की संख्‍या नवंबर 2014 में 4.5 करोड़ से अधिक थी और कंपनी का कहना है कि हर सप्‍ताह उसे यहां छह लाख नये उपयोक्‍ता मिल रहे हैं.

कंपनी ने 2014 में ही एक नया स्‍मार्ट डायलर एप्‍प ट्रूडायलर शुरू किया. यह उस फोन के बारे में सारी सूचना खुद ब खुद सर्च करता है जिस पर आप काल करते हैं. यह डायलर सांख्यिकी पैड न्‍यूमेरिक पैड का इस्‍तेमाल करता है.

Author: sangopang

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