निर्देशक प्रकाश झा, उन निर्देशकों में से हैं जो केवल व्यवसायिक फायदे के लिए फिल्में नहीं बनाते बल्कि उनकी फिल्में सामजिक समस्याओं और विसंगतियों पर भी करारा प्रहार करती हैं. झा की फिल्मों की विषय वस्तु में बिहार हमेशा एक महत्वपूर्ण किरदार निभाता है और वर्ष 2003 में प्रदर्शित उनकी फिल्म गंगाजल (gangajal) भी बिहार के बहुचर्चित भागलपुर काण्ड की याद ताजा करवाती है.
फिल्म का स्क्रीनप्ले प्रकाश झा ने लिखा है. ” गंगाजल ” ने बॉक्स ऑफिस पर भी अच्छा प्रदर्शन किया और दर्शकों को फिल्म बेहद पसंद आयी. फिल्म का निर्माण भी प्रकाश झा ही ने किया. फिल्म में मुख्य भूमिकाओं में थे अजय देवगन, ग्रेसी सिंह, मोहन जोशी, मुकेश तिवारी, अरबाज़ खान, यशपाल शर्मा, मोहन अगाशे, अखिलेन्द्र मिश्रा, चेतन पंडित, अनूप सोनी, दयाशंकर पांडे, अनीता कँवर पायल श्रीवास्तव और मान्यता ने.
फिल्म का पार्श्व संगीत दिया वेन शार्प ने और संगीत दिया संदेश शांडिल्य ने. अपने प्रभावी पार्श्व संगीत के लिए वेन शार्प को सर्वश्रेष्ठ पार्श्व संगीत का फिल्मफेयर भी प्राप्त हुआ.
फिल्म के चुटीले संवादों के लिए झा ने सर्वश्रेष्ठ संवाद का स्क्रीन पुरस्कार अपनी झोली में डाला. ” गंगाजल ” को वर्ष 2004 का सामाजिक विषय पर सर्वश्रेष्ठ फिल्म का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार भी प्राप्त हुआ. फिल्म की कसावट भरी पटकथा, जबरदस्त निर्देशन और अजय देवगन का उम्दा अभिनय ” गंगाजल ” को एक बेहतरीन फिल्म बनाते हैं .