ग्लोबल वार्मिंग यानी जलवायु परिवर्तन. बीते कुछ साल में यह शब्द लगातार चर्चा में बना हुआ है. इसका सीधा साधा मतलब है धरती के तापमान में बढत जो कि ग्रीन हाउस गैसों के प्रभाव से हो रही है.
वैज्ञानिक आगाह कर रहे हैं कि अगर ग्लोंबल वार्मिंग यानी जलवायु परिवर्तन को नहीं रोका गया तो ग्लेशियर पिघल जाएंगे, समु्द्र का जलस्तर बढेगा और अंतत: तबाही होगी.