बायें हाथ के स्पिनर मनिंदर सिंह ने 1982 में कराची में जब केवल 17 साल की उम्र में अपना पहला टेस्ट मैच खेला तो इसे भारतीय क्रिकेट में दूसरे बिशन सिंह बेदी का उदय कहा गया.
13 जून 1965 को पुणे में जन्में मनिंदर गेंद को अच्छी तरह से फ्लाइट करा लेते थे. जब परिस्थितियां अनुकूल हों तो फिर उन्हें खेलना बहुत मुश्किल होता था. उन्होंने 1986 में इंग्लैंड में भारत की जीत में अहम भूमिका निभायी. तब मनिंदर ने 15 की औसत से 12 विकेट लिये थे.
वह आस्ट्रेलिया के खिलाफ 1986 . 87 के टाई टेस्ट मैच में आउट होने वाले आखिरी बल्लेबाज थे. इसी सत्र में उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ नागपुर में 107 रन देकर दस विकेट लिये थे.
मनिंदर हालांकि लक्ष्मण शिवरामाकृष्णन की तरह अधिक दिनों तक प्रभावी नहीं रहे. वह 35 टेस्ट मैच में 88 और 59 वनडे में 66 विकेट ही ले पाये. उन्होंने 145 प्रथम श्रेणी मैचों में 606 विकेट हासिल किये.