जी बिलकुल तकनीकी रूप से किसी विधेयक और कानून में बहुत अंतर होता है. क्योंकि विधेयक किसी कानून का मसौदा होता है.
यानी कानून बनाने का जो प्रस्ताव संसद के समक्ष रखा जाता है वह विधेयक है. इस तरह के प्रस्ताव को जब सदन के दोनों सदन पारित कर देते हैं और उसे राष्ट्रपति की मंजूरी मिल जाती है तो वह कानून बन जाता है.
तो विधेयक को किसी कानून का प्रस्ताव कहा जा सकता है.