आरती ‘ओम जय जगदीश हरे’ को पंडित श्रद्धा राम फिल्लौरी ने लिखा. दुनिया भर में विशेषकर हिंदू धर्मावलंबी इस आरती को गाते हैं.
श्रद्धाराम ने एक उपन्यास भाग्यवती भी लिखा जिसे हिन्दी के चुनींदा शुरुआती उपन्यासों में से एक माना जाता है.
श्रद्धाराम फिल्लौर (लुधियाना) में जन्मे और उन्हें पंजाबी, हिन्दी, संस्कृत व फ़ारसी आती थी. उन्हें आधुनिक पंजाब गद्य का पिता कहा जाता है.