ओडिसी की प्रसिद्ध नृत्यांगना सोनल मानसिंह (sonal mansingh) का जन्म 30 अप्रैल 1944 को मुम्बई में हुआ था। यह अरविंद और पूर्णिमा पकवासा की तीसरी संतान थीं।
सोनल ने अपनी बड़ी बहन के साथ चार वर्ष की उम्र में मणिपुरी नृत्य से शुरूआत की और सात वर्ष की उम्र में मुम्बई में कुमार जयकर सहित विभिन्न समूहों के साथ भरतनाट्यम किया. सोनल ने संस्कृत में प्रवीण और कोविद की डिग्री भारतीय विद्या भवन से तथा जर्मन लिटरेचर में बीए आनर्स की डिग्री एल्फिन स्टोन कालेज बंबई से ली.
सोनल ने भरतनाट्यम की वास्तविक शिक्षा 18 वर्ष की आयु में घरवालों की इच्छा के विरूद्ध बंगलोर में प्रो यू एस कृष्णाराव और चंन्द्र भगा देवी से ली बाद में ओडिसी नृत्य की शिक्षा 1965 में गुरु केलुचरण महापात्रा से ली. वे पांच महाद्वीपों के 87 देशों में अपनी कला का प्रदर्शन कर चुकी हैं. दिल्ली में 1977 में द सेंटर फार इंडियन क्लासिकल डांसेस की स्थापना की जिसमें भरतनाट्यम, ओडिसी, लाइट म्युजिक और योग सिखाया जाता है.
नृत्य के अलावा यह सामाजिक कार्यकर्ता, प्रेरक वक्ता और शोधार्थी भी हैं. दिसम्बर 2003- जून 2005 तक यह संगीत नाटक अकादमी की चेयर मैन रहीं. इनको पद्म विभूषण, पद्म भूषण, संगीत नाटक अकादमी, राजीव गांधी एक्सिलेंस अवार्ड सहित कई पुरस्कार प्राप्त हैं.
इनका विवाह राजनयिक ललित मानसिंह से हुआ हालांकि बाद में दोनों अलग हो गए.2002 में प्रकाश झा ने इन पर फिल्म सोनल बनाई थी.