यह बहस पुरानी है कि मिर्च विशेषकर तीखी लाल मिर्च सेहत के लिए अच्छी होती है या नहीं। आमतौर पर यही कहा जाता है कि लाल यानी तीखी मिर्च खाने से जितना बचा जाए उतना अच्छा। इसके बजाय हरी मिर्च को वरीयता की सलाह देने वालों की भी कमी नहीं है। खैर, भारत में हम तो मसालेदार और तीखी मिर्च वाला भोजन खाने के आदि हैं। हम तो देगी मिर्च खाने वाले लोग हैं। मिर्च बड़े और मिर्च पकोड़े वाले लोग हैं।
मार्च 2017 में अमेरिका के वर्मोंट विश्वविद्यालय ने एक अध्ययन में कहा है कि तीखी मिर्च स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होती है। यानी वह स्वास्थ्य को फायदा पहुंचाती है। विश्वविद्यालय ने कई हजार लोगों पर परीक्षण के बाद पाया यह निष्कर्ष निकाला है।
अध्ययन का सार यही है कि तीखी मिर्च शरीर में खून प्रवाह बढ़ाती हैं और पेट के लाभकारी बैक्टीरिया को सजग करती हैं ताकि आँतों की बीमारियाँ न हों। मार्च 2017 में यह निष्कर्ष सामने आए। अध्ययन में तो यहां तक कहा गया कि मिर्च के नियमित सेवन से हृदय रोग और ह्रदयाघात के खतरे से बचा जा सकता है।
कहा जाता है कि लाल मिर्च में पाया जाने वाला कैप्सीचीन वजन कम करने,खून के दौरे में सुधार में भूमिका निभाता है। यह एक तरह से हमें फिट व तंदुरूस्त रखने में मदद करता है। तो खाइए तीखी मिर्च और रहिए स्वस्थ।