भारत में फैलते सीमापार आतंकवाद को केंद्र में रख कर बनाई गई निर्माता-निर्देशक जोन मैथ्यू मथान की फिल्म सरफ़रोश (sarfarosh) वर्ष 1999 में प्रदर्शित हुई. हमेशा से नए और अलग भूमिकाएं निभाने वाले बॉलीवुड के ” मिस्टर परफेक्शैनिस्ट ” आमिर खान ने फिल्म में एक जांबाज़ आई.पी. एस. अधिकारी की भूमिका निभाई.
फिल्म को बॉक्स ऑफिस पर दर्शकों का प्यार मिला और समीक्षकों ने भी फिल्म की खूब प्रशंसा की. फिल्म की कहानी और स्क्रीप्ले खुद जोन ने लिखे जबकि फिल्म के संवाद लिखे ह्रदय लानी और पथिक वाट्स ने. फिल्म में आमिर खान का साथ निभाया नसीरुद्दीन शाह, सोनाली बेंद्रे, मुकेश ऋषि, प्रदीप रावत, गोविन्द नामदेव, अखिलेन्द्र मिश्र, आकाश खुराना, स्मिता जयकर, मकरंद देशपांडे, राजेश जोशी, सुकन्या कुलकर्णी, वल्लभ व्यास, अहमद खान, मनोज जोशी और उपासना सिंह ने.
फिल्म का संगीत दिया जतिन-ललित ने और गीत लिखे निदा फ़ाज़ली, इसरार अंसारी, समीर और इन्दीवर ने. ” होश वालों को खबर क्या “, ” इस दीवाने लड़के को “, ” जो हाल दिल का ” और ” जिंदगी मौत ना बन जाए संभालो यारों ” जैसे गीत बेहद लोकप्रिय हुए और संगीत प्रेमियों की जुबान पे चढ़ गए. ” सरफ़रोश ” के लिए निर्देशक जोन मैथ्यू मथान को फिल्मफेयर पुरस्कार ( क्रिटिक्स ) भी प्राप्त हुआ.
फिल्म का स्क्रीन्प्ली, संगीत और निर्देशन एक से बढ़कर एक हैं. कुशल सम्पादन, कसावट से भरा स्क्रीनप्ले, उम्दा अभिनय और लाजवाब निर्देशन के बल पर ” सरफ़रोश ” हिंदी फिल्म इतिहास की श्रेष्ठ फिल्मों में से एक मानी जाती है.