हर जिले में एक लीड या अग्रणी बैंक होता है. अग्रणी बैंक अथवा लीड बैंक योजना जिलों में बैंकिंग व्यवस्था सुधारने के लिए 1969 में शुरू की गई थी. गाडगिल समिति ने इसकी सिफारिश की थी.
बाद में नरीमन समिति ने इसकी औपचारिकताओं को अंतिम रूप दिया. इस योजना में किसी जिले विशेष के लिए एक बैंक को लीड बैंक घोषित कर दिया जाता है.
लीड बैंक जिला स्तर पर ऋणों की योजना बनाने, विशिष्ट कार्यक्रमों में दूसरे बैकों का सहयोग लेने तथा निश्चित कार्यक्रमों के लिए ऋण जुटाने में सभी वितीय संस्थानों में समन्वय कायम करने के प्रयास करता है.