ब्रिटेन के शहर लंदन में ब्रितानी संसद के बाहर 22 मार्च 2017 को एक घटना में पांच लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में एक पुलिस अफसर और हमलावर शामिल रहा। घायलों की संख्या 50 रही।
स्काटलैंड यार्ड पुलिस ने इस घटना को एक ‘आतंकी घटना’ बताया। घटना उस समय हुई जबकि एक तेज रफ्तार कार ने वेस्टमिंस्टर पुल पर लोगों को टक्कर मारी। हमलावर ने बाद में ब्रितानी संसद के बाहर एक पुलिसकर्मी को चाकू मारा। बाद में सुरक्षा बलों ने इस हमलावर को मार गिराया।
पुलिस ने हमलावर की पहचान 52 साल के खालिद मसूद के रूप में की। मसूद का जन्म लंदन में ही हुआ और वह अपनी पत्नी व तीन बच्चों के साथ मिडलैंडस में रह रहा था। हमले में इस्तेमाल कार किराये पर ली गई थी।
हमले के बाद ब्रिटेन की प्रधानमंत्री टेरीजा मे ने कहा कि ‘लंदन डरने वाला नहीं है और इस महान शहर को कुछ नहीं होगा।’
हमले के बाद पुलिस ने दर्जन भर लोगों को हिरासत में लिया जिनमें से ज्यादातर को बाद में छोड़ दिया गया। वैसे इस हमले के मकसद के बारे में कयास ही लगाए जा रहे हैं। इसे इस्लामी चरमपंथ से भी जोड़कर देखा जा रहा है।