रिफलेशन यानी मांग प्रेरित तथा लागत जन्य मुद्रास्फीति. रिफलेक्शन वित्तीय या मौद्रिक नीति भी होती है जिसके तहत सरकार देश का उत्पादन बढाने व अवस्फीति के प्रभाव कम करने के लिए कदम उठाती है.
इन कदमों में कर घटाना, मुद्रा आपूर्ति में बदलाव तथा ब्याज दर कम करना शामिल हैं.