इस नीति के तहत विदेशी विमानन कंपनियों को सर्दी के पीक सीजन में अतिरिक्त उडानों या अधिक क्षमता वाले विमानों के परिचालन की अनुमति दी जाती है ताकि यात्रियों की मांग को पूरा किया जा सके. यह अंततराष्ट्रीय नीतिगत अवधारणा है जो अंतरराष्ट्रीय विमानन उद्योग से जुड़े कायदे कानूनों में ढील देते हैं.