मिसाइल रक्षा कवच (missile defence shield) से आशय ऐसी प्रणाली से है जो किसी भी शहर या जगह को बैलेस्टिक सहित अन्य हमलों से बचा सके. इस एंटी बैलेस्टिक मिसाइल प्रणाली भी कहा जा सकता है. इसमें उक्त स्थान की ओर आने वाली मिसाइलों का पता लगाकर उन्हें नष्ट करने की प्रणाली, हथियार व प्राद्योगिकी शामिल होती है.
छह मई को भारत ने मिसाइल रक्षा कवच विकसित कर करने की घोषणा की जिसे कम से कम दो शहरों को बचाने के लिए कम समय पर तैनात किया जा सकता है. इसे रक्षा अनुसंधान व विकास संगठन (डीआरडीओ) ने बनाया है.
यह प्रणाली दो हजार किलोमीटर तक मारक क्षमता वाली हमलावर बैलेस्टिकक मिसाइल को ध्वस्त कर सकती है. इसकी क्षमता को 2016 तक पांच हजार किलोमीट किया जाएगा. नवंबर 2006 में इस प्रणाली को लेकर पहला परीक्षण हुआ था और अब यह प्रणाली हासिल करने के बाद भारत एंटी बालिस्टिक मिसाइल प्रणाली सफलतापूर्वक विकसित करने वाले अमेरिका, रूस और इस्राइल जैसे देशों के समूह में शामिल हो गया है.