भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकार ट्राई के आंकड़ों के अनुसार भारत में दूरसंचार ग्राहकों की संख्या जुलाई सितंबर 2014 की तिमाही में बढकर 95.76 करोड़ हो गई. यानी देश में इतने लोग किसी न किसी तरह की दूरसंचार सेवाओं का इस्तेमाल करते हैं.
ट्राई का कहना है कि एक साल पहले यानी 2013 की समान तिमाही में यह संख्या 89.98 करोड़ रही थी. वैसे यहां यह तथ्य गौर करने का है कि विशेषकर मोबाइल कंपनियों के ग्राहकों की संख्या उसके बिकने वाले सिम या कनेक्शन से तय होती है. यानी उनके मामले में यह संख्या ग्राहकों की नहीं बल्कि बिकने वाले सिम या कनेक्शनों की होती है और देश में कुल दूरसंचार ग्राहकों की संख्या में बहुत बड़ा हिस्सा इन्हीं का है.
जैसे कि जुलाई-सितंबर 2014 के तीन महीने में वायरलैस या मोबाइल ग्राहकों की संख्या 6.85 प्रतिशत बढी और 93.02 करोड़ हो गई. वहीं फिक्स्ड लाइन या वायरलाइन ग्राहकों की संख्या इस दौरान 6.41 प्रतिशत घटकर 2.74 करोड़ रह गई. बीते कई साल से विशेषकर मोबाइल व स्मार्टफोन के लोकप्रिय होने के बाद से ही लैंडलाइन फोन ग्राहकों की संख्या में लगातार गिरावट आई है.
एक साल पहले यानी जुलाई सितंबर 2013 की तिमाही में उक्त संख्या क्रमश: 87.05 करोड़ तथा 2.92 करोड़ थी.
दूरसंचार घनत्व: जहां तक देश में दूरसंचार घनत्व का सवाल है तो इन आंकड़ों के आधार देश में दूरसंचार घनत्व जुलाई सितंबर 2014 में बढ़कर 76.75 प्रतिशत हो गया. यह जुलाई सितंबर 2013 में 73.01 प्रतिशत था. यानी सौ में से लगभग 76 लोगों के पास दूरसंचार सुविधा है.
देश में इंटरनेट ग्राहकों की संख्या : दूरसंचार नियामक ट्राई के अनुसार देश में इंटरनेट ग्राहकों की संख्या जुलाई सितंबर 2014 की अवधि में 25.24 करोड़ रही. यानी एक साल में इसमें 20.92 प्रतिशत की बढोतरी दर्ज की गई.
सकल कारोबार: भारतीय दूरसंचार क्षेत्र का कारोबार लगातार बढ रहा है. दूरसंचार नियामक ट्राई का कहना है कि दूरसंचार क्षेत्र का सकल राजस्व या कारोबार या आय जुलाई सितंबर 2014 की तिमाही में बढ़कर 62,446.66 करोड़ रुपए हो गया. यह पिछले साल 2013 की समान तिमाही की तुलना में 8.69 प्रतिशत की बढोतरी दिखाता है जबकि यह 57,452.56 करोड़ रुपए था.
कंपनियों को प्रति ग्राहक आय: दूरंसचार कंपनियों की प्रति ग्राहक औसत आय या एआरपीयू (average revenue per user, ARPU) जुलाई सितंबर 2014 की तिमाही में 118.20 रुपए रही. यह एक साल पहले की तिमाही में 111.85 रुपए थी.