वस्तु व सेवा कर या माल व सेवा कर यानी जीएसटी में प्रशासनिक ढांचा कैसा होगा? यह बड़ा सवाल था। दरअसल भारत के संघीय ढांचे को ध्यान में रखते हुए जीएसटी के दो घटक तय किए गए- केंद्रीय जीएसटी (सीजीएसटी) और राज्य जीएसटी (एसजीएसटी)।
इसके तहत केन्द्र और राज्य दोनों एक साथ मूल्य श्रृंखला पर वस्तु व सेवा कर (जीएसटी) लगाए गए। सामानों की प्रत्येक सप्लाई और सेवाओं पर कर लगाया गया। केंद्र, अपना केन्द्रीय वस्तु और सेवा कर (सीजीएसटी) लगाएगा और कर संग्रह करेगा वहीं राज्य, अपने राज्य के अंदर सभी कारोबार पर राज्य वस्तु और सेवा कर (एसजीएसटी) लगाएंगे। सीजीएसटी के इनपुट टैक्स क्रेडिट से हर चरण में आउटपुट पर सीजीएसटी देनदारी चुकाई जाएगी।
इसी तरह इनपुट पर अदा किए गए एसजीएसटी से आउटपुट पर एसजीएसटी को अदा किया जा सकेगा। क्रेडिट के आड़े-तिरछे अतिरिक्त उपयोग की अनुमति नहीं दी जाएगी।
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