भारत की इंटरनेट अर्थव्यवस्था के वर्ष 2016 तक 10.8 खरब रुपये तक पहुंच जाने का अनुमान लगाया गया है. आसार हैं. इस सेगमेंट में देश की विकास दर कई सारे विकासशील देशों की तुलना में काफी अधिक है.बोस्टन कंसलटिंग ग्रुप की एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है.
बोस्टन कंसलटिंग ग्रुप की इससे संबंधित एक वल्र्ड सीरीज के अनुसार, भारतीय इंटरनेट अर्थव्यवस्था ने 2010 में देश की समग्र अर्थव्यवस्था में 3.2 खरब रुपये का योगदान दिया जो जीडीपी के 4.1 फीसदी का प्रतिनिधित्व करता है.इसके 2016 तक 10.8 खरब रुपये तक पहुंच जाने का अनुमान है.
भारत की इंटरनेट इकोनॉमी ग्रोथ रेट 23 फीसदी की है जो इसे जी-20 देशों के बीच दूसरी सबसे तेज ग्रोथ रेट का दर्जा दिलाती है.