देश के शहरी व ग्रामीण इलाकों में बढती खाई को ही भारत इंडिया डिवाइड कहा जाता है. यानी भारत इंडिया विभाजन. यह खाई बुनियादी ढांचे, जीवन स्तर तथा मूलभूत सुविधाओं के अंतर के लिहाज से है. शहरी भारत में जहां सुविधाएं और जीवन स्तर लगातार सुधर रहा है वहीं ग्रामीण भारत आज भी वहीं का वहीं है. या यूं कहें कि यह अंतर बढा है तो अतिश्योक्ति नहीं होगी.
उल्लेखनीय है कि तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने 16 दिसम्बर, 2005 को भारत निर्माण योजना का शुभारंभ करते हुए भी इस अंतर का जिक्र किया था.
उन्होंने कहा था कि आर्थिक विकास कार्यक्रम की मुख्य चुनौती विकास प्रक्रिया को संतुलित करना तथा विभिन्न खाइयों (डिवाइड्स) को पाटना है. प्रधानमंत्री ने ‘इंडिया-भारत डिवाइड’ को गम्भीर बताते हुए ‘इंडिया’ व ’भारत’ के बीच के अन्तर को पाटने पर विशेष जोर दिया.