विश्वकप क्रिकेट प्रतियोगिता के 33वें व महत्वपूर्ण लीग मुकाबले में बांग्लादेश ने इंग्लैंड को 15 रन से हरा दिया. इस एतिहासिक जीत के साथ ही बांग्लादेश ने जहां पहली बार विश्वकप के क्वार्टर फाइनल में जगह पक्की कर ली वहीं इंग्लैंड की विश्व कप से विदाई तय हो गई.
पूल ए का यह महत्वपूर्ण मैच एडीलेड में खेला गया जहां इंग्लैंड ने टास जीता और पहले गेंदबाजी का फैसला किया. जेम्स एंडरसन ने आठ रन के स्कोर पर ही टीम के सलामी बल्लेबाजों को पैवेलियन की राह दिखाकर कप्तान मोर्गन के फैसले को सही साबित करने की कोशिश की.
लेकिन इसके बाद सौम्य सरकार (40 रन) और महमूदुल्लाह (103 रन) ने न केवल विकेटों का गिरना रोका बल्कि तेजी से रन भी बनाए.
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महमूदुल्लाह (Mahmudullah) ने रन आउट होने से पहले 138 गेंदों पर सात चौकों व दो छक्कों की मदद से 103 रन की पारी खेली. इसके साथ ही महमूदुल्लाह विश्वकप में शतक लगाने वाले बांग्लादेश के पहले बल्लेबाज बन गए.
हालांकि सौम्य सरकार के आउट होने के बाद बांग्लादेश एक समय चार विकेट 99 रन के स्कोर पर ही गंवा चुका था. लेकिन उसके बाद महमूदुल्लाह व मुशफिकर रहीम ने पारी को संभाला व पांचवें विकेट के लिए 141 रन जोड़े. यह भी उनकी टीम के लिए विश्व कप में रिकार्ड है. रहीम ने 89 रन बनाए.
मैच में बांग्लादेश का कुल स्कोर सात विकेट पर 275 रन रहा. जेम्स एंडरसन व जोर्डन ने 2—2 विकेट लिए.
इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने टुकड़ों टुकड़ों में अच्छी बल्लेबाजी की लेकिन बांग्लादेश के खिलाड़ियों ने जज्बे व गेंदबाजी में उनको मात दे दी. विकेट नियमित अंतराल से गिरते गए और मैच कभी इंग्लैंड तो कभी बांग्लादेश की ओर झुकता नजर आया लेकिन अंतत: बाजी बांग्लादेश ने ही मारी. इंग्लैंड की पूरी टीम 48.3 ओवर में 260 रन ही बना सकी. इयान बेल ने 63, जोस बटलर ने 65 व क्रिस वोकेस ने नाबाद 42 रन बनाए.
बांग्लादेश के रूबेल हुसेन ने चार विकेट लिए.
महमूदुल्लाह मैन आफ द मैच रहे.