बिना रिजर्व रखे कागजी मुद्रा जारी करना ही फिड्यूसियरी इश्यू ( fiduciary issue) कहलाता है.
आमतौर पर युद्ध अथवा वित्तीय संकट के समय इस प्रक्रिया को अपनाया जाता था. लेकिन आजकल तो सारे नोट ही फिड्यूसियरी इश्यू होते हैं यानी विश्वास के आधार पर जारी किए जाते हैं. जबकि पहले नोट सोने के बदले जारी किए जाते थे.
यानी सरकारी खजाने मे जितना सोना है उतने ही मूल्य के नोट या सिक्के जारी होंगे. इसे प्रत्ययी मुद्रा भी कहते हैं.