अंतर्राष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त हिन्दुस्तानी निर्देशिका दीपा मेहता की बहुचर्चित फिल्म त्रयी ( फायर, अर्थ, वाटर ) की पहली फिल्म फायर (fire) वर्ष 1996 में अपने प्रदर्शन के साथ ही विवादों के भंवर में फंस गयी. स्त्री समलैंगिकता के विषय पर आधारित फिल्म को तथाकथित हिन्दू राष्ट्रवादियों ने भारतीय समाज और संस्कृति पर हमला बताते हुए फिल्म के प्रदर्शन करने वाले सिनेमाघरों पर हिंसक प्रदर्शन किये.
फिल्म की कहानी स्वयं दीपा मेहता की थी और फिल्म का निर्माण दीपा ने बॉबी बेदी के साथ मिल कर किया. फिल्म में मुख्य भूमिकाओं निभाई शबाना आज़मी, नंदिता दास, कुलभूषण खरबंदा, जावेद जाफरी, विनय पाठक, रामगोपाल बजाज, कुशल रेखी और रंजीत चौधरी ने. फिल्म का संगीत ऐ. आर. रहमान ने दिया.
फिल्म ने बार्सीलोना अंतर्राष्ट्रीय महिला फिल्म महोत्सव में दर्शकों की पसंदीदा फिल्म का पुरस्कार जीता. कई अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोहों में फिल्म को दर्शकों ने बेहद सराहा.
भारत में कड़े विरोध के चलते फिल्म को प्रदर्शन के बाद दुबारा सेंसर बोर्ड के पास समीक्षा के लिए भेजा गया. विवादों के चलते फिल्म को अच्छा ख़ासा प्रचार मिला और फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर अच्छा व्यवसाय किया.