प्लास्टिक मनी से प्लास्टिक से बने उन कार्ड से हैं जिनका इस्तेमाल भुगतान आदि के लिए किया जा सकता है. शुरू शुरू में यह शब्द क्रेडिट कार्ड के लिए इस्तेमाल किया जा था हालांकि बाद में एटीएम कार्ड, डेबिट कार्ड, कैश कार्ड व स्टोर कार्ड सहित तमाम कार्ड के लिए यही शब्द काम में आया.
यानी अगर आपके पास प्लास्टिक से बना यह कार्ड है तो आपको धन (मनी) लेकर चलने की जरूरत नहीं होगी. बीते एक दशक में इन कार्डों का इस्तेमाल बढा है. आने वाले दिनों में शायद बीती बात हो जाए.
मई 2012 में भारतीय रिजर्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार बीते साल यानी 2011 में क्रेडिट कार्ड से खरीद 28 प्रतिशत, डेबिट कार्ड से खरीद 38 प्रतिशत बढी. ग्राहकों ने इस दौरान 96,000 करोड रुपये मूल्य का सामान व सेवाएं क्रेडिट कार्ड से खरीदीं. एक अनुमान के अनुसार देश में 27.8 करोड़ डेबिट कार्ड धारक हैं.