इधर के कुछ वर्षों में भारतीय समाज और मीडिया में इस पेज को लेकर बहुत चर्चा रही है. दरअसल विशेषकर महानगरीय अंग्रेजी अखबारों में इस पेज पर हाइप्रोफाइल पार्टियों की चकाचक फोटो और मसालेदार खबरें छापी जाती हैं.
टेबलायड अखबारों में यह तीसरा ही पन्ना होता था लेकिन दूसरे अखबारों में इसे मुहावरे के रूप में लेते हुए इस तरह की सामग्री को दूसरे, अंतिम या किसी भी पेज पर छापा जाने लगा. मधुर भंडारकर ने इस पर कटाक्ष करती फिल्मि पेज थ्री भी बनाई है.
कहा जाता है कि पेज थ्री की शुरुआत ब्रितानी अखबार द सन ने सत्त र के दशक में की. 17 नवंबर 1970 को अखबार ने स्टेफनी राहन की पहली टापलैस यानी अर्द्धनग्नक फोटो छापी. अखबार ने इस पहल के चालीस साल पूरे होने पर अपने आनलाइन वर्जन पर पेज 360 की शुरुआत की जिसमें पेजथ्री की माडल की फोटो को 360 डिग्री में कहीं से देखने की सुविधा है.