पीपल्स वार ग्रुप
पीपल्स वार ग्रुप एक नक्सलवादी संगठन है जो मुख्यरूप से आंध्र प्रदेश में सक्रिय है. नक्सलवादी संगठन भूमिहीन मज़दूरों और आदिवासियों के हित में एक हिंसात्मक आंदोलन चलाए हुए हैं. ये शब्द पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग ज़िले के नक्सलबाड़ी गांव से जुड़ा है.
इसकी शुरुआत 1967 में उस घटना से मानी जाती है जब एक आदिवासी युवक अदालत द्वारा दी गई ज़मीन को जोतने गया तो ज़मींदारों के कुछ ग़ुंडों ने उसपर हमला किया. जवाब में आदिवासियों ने ज़मींदारों पर हमला करके ज़मीनें छीननी शुरु कर दीं. इसे नक्सलबाड़ी विद्रोह के नाम से जाना जाता है.
नक्सलवादियों की विचारधारा चीन के कम्युनिस्ट नेता माओ त्से तुंग से प्रभावित है जो भूमिहीन किसानों को ज़मीनदारों के दमन और शोषण से मुक्त करके एक वर्ग विहीन समाज का निर्माण करना चाहते थे. नक्सलवादियों का समर्थन करने वाले इसे एक आंदोलन मानते हैं जबकि सत्तापक्ष इसे आतंकवाद का नाम देता है.