पाकिस्तान के रास्ते से अफगानिस्तान में जाने वाले नाटो के ट्रकों को लेकर अमेरिका व पाकिस्तान में लंबे समय तक खींतान चल रही है. पाकिस्तान ने नवंबर 2011 में इन ट्रकों के लिए अपनी सीमा बंद कर दी. यह कदम उसने अपने यहां अमेरिकी ड्रोन हमले के बाद उठाया जिसमें 24 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए थे.
अमेरिका ने घटना पर शोक जताया था पर पाकिस्तान की शर्तें मानने से इनकार कर दिया. पाकिस्तान की शर्त थी कि अमेरिका हमले के लिए माफी मांगे और देश में ड्रोन हमले बंद करे. इसके अलावा पाकिस्तान ने उसकी सीमा से गुजरने वाले ट्रकों की फीस बढ़ाने की भी मांग की. अमेरिका प्रति ट्रक 250 डॉलर देता है. ये ट्रक अफगानिस्तान में तैनात नाटो सैनिकों के लिए रसद सामग्री लेकर जाते हैं. पाकिस्तान प्रति ट्रक 5000 डालर शुल्क मांग रहा है लेकिन अमेरिकी रक्षा मंत्री लियोन पैनेटा ने मई में इसकी संभावना को खारिज कर दिया.
पाकिस्तान में नाटो के लिए रसद सामग्री लेकर जाने वाले ट्रकों पर कई बार हमले भी हो चुके हैं और इनके काफिलों को आग के हवाले किया जा चुका है.