सरकारी आंकड़ों के हिसाब से 31 मार्च 2011 तक देश में रेल लाइनों की कुल लंबाई 64459.90 किलोमीटर थी. रोचक तो यह है कि इसमें से अधिकांश हिस्सा तो 60 साल पहले अंग्रेज ही बनाकर गये थे.
दरअसल यह जानकारी रेल राज्यमंत्री के एच मुनियप्पा ने 18मई 2012 को संसद में दी. उन्होंने बताया कि जब अंग्रेज भारत छोड़कर गए तो 54, 693 किलोमीटर लंबी रेल लाइनें थी. लेकिन आजादी के 60 साल बाद देश में केवल 10, 856 किलोमीटर नई रेलवे लाइन ही बिछाई जा सकी है.
उन्होंने बताया कि 31 मार्च 1948 की स्थिति के मुताबिक देश में कुल रेलवे लाइन 54,693 किलोमीटर थी जिसमें 25,170 किमी ब्राड गेज, 24,153 किमी मीटर गेज व 5370 किमी नैरो गेज लाइन हैं.