दूसरी पंचवर्षीय योजना (1956-61) का मुख्य उद्देश्य- समाजवादी समाज की स्थापना करना था और इसमें पी. सी. महालनबिस माडल अपनाया गया.
योजना अवधि में देश के जीवन स्तर को ऊंचा उठाने के लिये राष्ट्रीय आय में 25 प्रतिशत की वृद्धि करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था. इसमें भारी उद्योगों व खनिजों को उच्च प्राथमिकता दी गई तथा इस मद में सार्वजनिक क्षेत्र के व्यय की 24 प्रतिशत राशि खर्च की गई.
दूसरी प्राथमिकता यातायात व संचार को दी गई जिस पर 28 प्रतिशत राशि खर्च की गई. देश में बड़े उद्योगों विशेषकर इस्पात उद्योगों की शुरुआत इसी योजना से मानी जा सकती है जबकि देश में दुर्गापुर, भिलाई, राउरकेला इस्पात कारखाने अस्तित्व में आए.