परमाणु वैज्ञानिक टेसी थामस (Tessy Thomas) बैलेस्टिक मिसाइल अग्नि-5 के विकास में महत्ती भूमिका के लिए जाना जाता है. वे देश में मिसाइल परियोजना की अगुवाई करने वाली पहली महिला वैज्ञानिक हैं. अग्नि श्रेणी की सभी मिसाइल परियोजनाओं से जुड़ीं रही थामस ने इस मिसाइल का विकास करने वाली टीम को दिशानिर्देश देने का काम किया.
उन्होंने अग्नि-4 की टीम का नेतृत्व परियोजना निदेशक (वाहन व मिशन) के रूप में तथा अग्नि-5 की टीम का नेतृत्व परियोजना निदेशक (मिशन) के रूप में किया. अग्नि मिसाइल परियोजनाओं से जुड़े रहने के कारण कुछ जगह उन्हें अग्निपुत्री का विशेषण भी दिया गया. अग्नि-5 की सफलता के बाद थामस ने मल्टिपल इंडिपेंडेंट रि-एंट्री व्हिकल्स (एमआईआरवी) पर अपना ध्यान केंद्रित करने की बात कही.
अप्रैल 2012 में अग्नि-5 के सफल परीक्षण बाद थॉमस ने कहा, ‘विज्ञान में कोई लिंगभेद नहीं होता, क्योंकि विज्ञान को पता नहीं होता कि उसके लिए कौन काम कर रहा है. जब मैं काम करने जाती हूं तो महिला नहीं रह जाती. मैं सिर्फ वैज्ञानिक रह जाती हूं.’
अलपुझा, केरल में 1964 में जन्मीं, चार बहनों व एक भाई की बहन थामस थामस, देश में प्रक्षेपास्त्र कार्यक्रम के जनक, ए.पी.जे. अब्दुल कलाम को वैज्ञानिकों में अपना प्रेरणास्रोत मानती हैं. वे अपने मां बाबा का भी उन पर गहरा असर रहा है. वह मिसाइल को शांति का हथियार मानती हैं. उनका मानना है, ‘यदि आप ताकतवर हैं तो कोई भी आपको छूने का साहस नहीं कर पाएगा.’
उन्होंने कमोडोर सूरज कुमार से शादी की और उनके बेटे का नाम तेजस है. तेजस नाम भारत के स्वदेशी हल्के लड़ाकू विमान के नाम पर रखा गया.