राजस्थान या थार के इतिहास का सबसे भयंकर अकाल जो वर्ष 1898 में पड़ा.
विक्रमी संवत 1956 होने के कारण इसे छप्पनिया अकाल भी कहा जाता है. ऐसा माना जाता है कि इस अकाल में राजस्थान के दस लाख लोग भूख के कारण ही दम तोड़ गए. लोकगीतों व लोकजीवन में आज भी इस अकाल की भीषणता का वर्णन मिलता है.